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Chandauli News: अधीक्षण अभियंता की वादाखिलाफी से ग्रामीण हुए निराश, अब राज्यसभा सांसद से लगी है आस, जानिए क्या है पूरा मामला

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PRAHAR DUSTAK/चन्दौली। जिले के नियामताबाद विकास खंड  के आधा दर्जन गांवों के ग्राम प्रधान और दर्जनों क्षेत्रीय ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राणाप्रताप सिंह के नेतृत्व में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार अग्रवाल से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने एसई को उनके आस्वासन के अनुरूप बिलारीडीह उपकेंद्र को साहूपुरी की लाइन से जोड़ने की मांग की। इस पर उन्होंने असमर्थता जताई।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बिलारीडिह सब स्टेशन से जुड़े 52 गांव की बिजली आपूर्ति के व्यवधान का स्थाई समाधान होना चाहिए। जिसके लिए साहूपुरी की लाईन से जोड़ना जरूरी है।

अधीक्षण अभियंता के साथ बैठक करते ग्रामप्रधान और ग्रामीण

56 घण्टे तक 52 गांव की आपूर्ति रही ठप
प्रतिनिधि मंडल ने अवगत कराया कि बीते वर्ष सितंबर महीने में आकाशीय बिजली के कारण 56 घंटे तक 52 गांव की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित रही। दर्जन भर लाईनमैनों की टीम गड़बड़ी नहीं खोज पाई। जिसके कारण वाराणसी से फॉल्ट लोकेटर मंगा कर गड़बड़ी खोजी गई। पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति के लिए हाहाकार मचा हुआ था। उसी समय अधीक्षण अभियंता ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि बिलारीडीह उपकेंद्र को साहूपुरी से जोड़ दिया जाएगा। साथ ही इसका सर्वे भी किया गया था। लेकिन अब अधीक्षण अभियंता इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि साहूपूरी लाइन से अलीनगर उप केंद्र को पहले से ही जोड़ दिया गया है। ऐसी स्थिति में बिलारीडीह उप केंद्र को नहीं जोड़ा जा सकता है।

साहूपुरी लाइन से तीन महीने तक हुई थी आपूर्ति
जबकि ग्रामीणों का दावा है कि पूर्व विधायक साधना सिंह ने कई महीनों तक बिजली उपकेंद्र को अपने कार्यकाल के दौरान साहूपुरी लाइन से जुड़वाया था। जिसमें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुई। साथ ही बिजली भी निर्वाध गति से चलती रहे। ग्रामीणों का कहना है कि साहूपुरी से बिजली आपूर्ति पहले चंदौली जाती है उसके बाद पुनः बिलारीडीह उप केंद्र पर आती है। इससे पूरी दूरी 18 किलोमीटर तक करनी पड़ती है। जिसमें जरा सा भी प्रतिकूल मौसम होने पर कहीं न कहीं गड़बड़ी आ जाती है। जिसके कारण 52 गांव इससे प्रभावित हो जाते हैं। जबकि यदि इसे साहूपुरी से जोड़ दिया जाए तो प्रतिकूल मौसम का प्रभाव पड़ने का असर काफी कम हो जाएगा। इससे विभाग का भी खर्च कम होगा। वही लोगों को निर्वाध रूप से बिजली भी मिलेगी। हालांकि अधीक्षण अभियंता के इनकार करने से ग्रामीण निराश हुए।

जिला मुख्यालय पर सुलझेगा मामला
वही राणा प्रताप सिंह ने कहा कि अब इस समस्या को जिला मुख्यालय पर राज्यसभा सांसद की देख रेख में ग्रामप्रधान, ग्रामीण और बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सुलझाया जाएगा। ताकि ग्रामीणों को बिजली आपूर्ति निर्वाध गति से मिलती रहे। प्रतिनिधिमंडल में सियाराम पाठक, अरुण सिंह, राममूरत यादव, जनार्दन सिंह, प्रधान सतीश सिंह, बृजबिलास, अजय सिंह, उदयनारायण सिंह, पप्पू सिंह, नरसिंह सिंह, अनिल दूबे आदि शामिल रहे।

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