PRAHAR DUSTAK/चंदौली । जिले में हर साल गंगा में बाढ़ के दौरान कटान की समस्या का सामना करने वाले किसानों के लिए राहत भरी खबर है। जिले के नरौली, टांडाकला, कुंडाकला व कुंडाखुर्द के पास कटान रोकने के लिए 14.46 करोड़ की योजना शासन स्तर से मंजूर की गई है। बंधी प्रखंड ने योजना मंजूर होने के बाद काम भी शुरू करा दिया है। तीनों जगह गंगा तट पर बोल्डर लगाने के साथ ही गंगा में सुरक्षा जाली भी डाली जाएगी। इससे कटान नहीं होगा। जुलाई तक सारे काम पूरे कर लिए जाने हैं।
चंदौली जिले की 70 प्रतिशत आबादी सीधे तौर पर कृषि कार्य से जुड़ी हुई है। इसमें भी 30 प्रतिशत से ज्यादा किसानों की जमीन गंगा किनारे है। ऐसे में हर साल बाढ़ आने पर 100 बीघे से ज्यादा कृषि योग्य जमीन गंगा में समा जाती है। नियामताबाद के कुंडाकला व
कुंडाखुर्द में अब तक 500 बीघा जमीन, 10 से ज्यादा घर, सड़क और 6 से ज्यादा पेड़ गंगा में समा चुके हैं। यही हाल धानापुर के नरौली और चहनिया के टांडाकला गांव का है। कुंडाकला में 4 साल पहले जियो ट्यूब लगाकर कटान रोकने का प्रयास किया गया था, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली और बाढ़ के समय काफी जमीन गंगा में समा गई थी। अब शासन की ओर से तीन जगह पर 14.46 करोड़ रुपये से बोल्डर और जाली डालने की योजना को मंजूरी दी गई है। इसके तहत काम शुरू भी हो गया है। जुलाई तक हर हाल में पूरा कर लिया जाना है।
ये होंगे काम
~ सकलडीहा तहसील में धानापुर ब्लॉक क्षेत्र में गंगा नदी के दाएं तट पर स्थित नरौली गांव में कटान रोकने के लिए 3.87 करोड़ रुपये खर्च कर बोल्डर बिछाने का काम किया जाएगा।
~ सकलडीहा तहसील क्षेत्र के चहनिया ब्लॉक क्षेत में गंगा नदी के दाएं तट पर स्थित टांडाकला गांव में कटान रोकने के लिए 3.80 करोड़ से बोल्डर बिछाने का काम किया जाएगा।
~ नियामताबाद ब्लॉक क्षेत्र में गंगा नदी के तट पर स्थित कुंडाकला व कुंडाखुर्द गांव की सुरक्षा के लिए 6.79 करोड़ से बोल्डर लगाने के अलावा और गंगा में जाली डालने का काम किया जाएगा।
बोले अधिकारी
चंदौली में तीन जगह और वाराणसी में एक जगह कटान रोकने की योजना को शासन से मंजूरी मिल गई है। इसके तहत काम भी शुरू हो गया है। जुलाई तक हर हाल में इसे पूरा कर लिया जाएगा।
महेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता, बंधी प्रखंड, वाराणसी।।



















