PRAHAR DUSTAK/ चन्दौली। साइबर अपराधियों पर कार्रवाई के लिए संचालित जिले के साइबर थाने को जल्द ही अपना भवन मिलेगा। पुलिस विभाग की मांग पर राजस्व विभाग ने बीते वर्ष में साइबर थाने के लिए अलीनगर थाने के पीछे 1280 वर्ग मीटर जमीन चिन्हित कर भूमि आवंटित कर दी। साथ ही पुलिस विभाग की ओर से शासन को तीन करोड़ 39 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया। जिसके सापेक्ष तीन करोड़ 24 लाख 22 हजार रुपए की धनराशि बीते 24 फरवरी को स्वीकृत कर दी गई। अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जग गई है।
साइबर क्राइम के बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिसिंग व्यवस्था को और ज्यादा हाईटेक करने की तैयारी में अफसर जुटे हैं।

वर्ष 2023 में साइबर क्राइम थाने की स्थापना करने के बाद पुलिस लाइन परिसर स्थित एक भवन में इसका संचालन शुरू किया गया। जगह की कमी के चलते कर्मियाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। साइबर अपराध के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में हाईटेक आधुनिक सुविधा से लैस कर अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग ने राजस्व विभाग को पत्र भेज कर भूमि आवंटित करने की मांग की थी।
राजस्व विभाग ने अलीनगर थाने के पीछे जमीन इसके लिए आवंटित कर दी। भूमि मिलने के बाद शासन को प्रस्ताव भेजते हुए कार्यदायी संस्था नामित करने सहित अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा चुकी हैं।
हाईटेक संसाधनों से लैस होगा साइबर थाना
साइबर थाने में कंप्यूटर के साथ ही हाईटेक सॉफ्टवेयर होंगे, जिनके जरिये साइबर शातिरों को ट्रैक किया जा सकेगा। तकनीक में महारत हासिल करने वाले पुलिस महकमे से चुनिंदा अफसर व कर्मियों को यहां तैनाती दी जाएगी। थाने में आने वाले पीड़ित व्यक्तियों को त्वरित कार्रवाई के माध्यम से सहायता प्रदान करना, फ्रॉड होने पर हैकर आरोपी के खाते को सीज कराना, सोशल मीडिया संबंधी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करना, थाने पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत अभियोगों के विवेचकों को तकनीकी सहायता प्रदान करना, साक्ष्य संरक्षण, साक्ष्य विश्लेषण व साक्ष्य संकलन की सुविधा मिलेगी। लोकेशन पता कर अपराधी तक पहुंचकर कार्रवाई करने में कर्मियों को सहायता मिलेगी।
बोले एएसपी
अलीनगर थाना परिसर के पीछे साइबर थाने का निर्माण होगा। शासन से धन अवमुक्त होने के बाद निर्माण कार्य कराया जाएगा।
विनय कुमार सिंह, एएसपी, चन्दौली।



















