PRAHAR DUSTAK/चन्दौली। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने आगामी जेटीसी (ज्वाइनिंग ट्रेनिंग सेंटर) प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई है। इसी क्रम में, उन्होंने थाना नौगढ़ परिसर में प्रस्तावित प्रशिक्षण स्थल का स्वयं निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन मूल्यांकन किया। एसपी श्री लांग्हे ने प्रशिक्षण केंद्र के प्रत्येक पहलू पर बारीकी से ध्यान दिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रशिक्षणार्थियों को एक अनुकूल और सुरक्षित वातावरण मिले।
आवास, स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष जोर
अपने निरीक्षण के दौरान, पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी पुलिसकर्मियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली आवास व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वच्छता मानकों का कड़ाई से पालन करने और पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता पर भी जोर दिया। इसके अतिरिक्त, किसी भी चिकित्सीय आवश्यकता को पूरा करने के लिए मौके पर ही उचित चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। एसपी ने कहा कि प्रशिक्षणार्थियों का स्वास्थ्य और आराम उनकी प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विद्युत आपूर्ति और प्रशिक्षण संसाधनों की समीक्षा
पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षण स्थल की विद्युत व्यवस्था की भी समीक्षा की, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रशिक्षण के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी रहे। उन्होंने प्रशिक्षण से संबंधित अन्य आवश्यक संसाधनों, जैसे कि प्रशिक्षण सामग्री और उपकरणों की उपलब्धता का भी जायजा लिया। उनका मानना था कि सभी आवश्यक संसाधन समय पर उपलब्ध होने चाहिए ताकि प्रशिक्षण कार्यक्रम सुचारू रूप से चल सके।
अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान, क्षेत्राधिकारी नौगढ़ आशुतोष और थाना प्रभारी नौगढ़ रमेश कुमार यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक ने सभी को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और तत्परता से करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एक सफल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सभी का सहयोग और समन्वय आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे का यह दौरा आगामी जेटीसी प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रति चंदौली पुलिस की गंभीरता और तैयारियों को दर्शाता है। उनका यह प्रयास निश्चित रूप से प्रशिक्षणार्थियों के लिए एक बेहतर और अधिक प्रभावी प्रशिक्षण अनुभव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।



















