PRAHAR DUSTAK/चन्दौली। एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वाहन पर अटेवा चन्दौली के जिला संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में एनपीएस और यूपीएस के विरोध में काला दिवस मनाया गया। मुख्यालय स्थित धरना स्थल से चल कर कलक्ट्रेट पहुंच कर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को संप्रेषित एनपीएस और यूपीएस के स्थान पर ओपीएस बहाल करने के लिए ज्ञापन दिया गया। इसमें सभी विभागों के कर्मचारी, शिक्षकों सहित, अपने कार्यस्थलों पर काली पट्टी बांधकर काम करते हुए एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) और यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) का विरोध किया। कर्मचारियों ने सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को पुनः लागू करने की मांग की और अपने विरोध का संदेश दिया।

कर्मचारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि केंद्र सरकार ने एक अप्रैल 2025 से यूपीएस की शुरुआत की है, जिससे यह सिद्ध होता है कि पुरानी पेंशन स्कीम की तरह यूपीएस को भी एक बेहतर व्यवस्था माना जा रहा है। साथ ही, उन्होंने प्रदेश सरकार की आलोचना की, जिसने 1 अप्रैल 2005 से पुरानी पेंशन स्कीम को बंद कर एनपीएस को लागू किया था। कर्मचारियों का कहना था कि 20 वर्षों के बाद यदि सरकार को यूपीएस जैसी व्यवस्था लानी पड़ रही है, तो इसका मतलब यह है कि सरकार खुद मान रही है कि एनपीएस की व्यवस्था पूरी तरह से सही नहीं थी।

कर्मचारियों ने यह भी कहा कि एनपीएस के तहत मिलने वाली पेंशन राशि कर्मचारियों के भविष्य के लिए पर्याप्त नहीं है। साथ ही, यूपीएस के बारे में भी कर्मचारियों का मानना था कि यह पेंशन योजना भी भविष्य में कर्मचारियों की जरूरतों को पूरी करने में सक्षम नहीं होगी। उन्होंने यह तर्क दिया कि जब तक सरकार पुरानी पेंशन स्कीम को लागू नहीं करती, तब तक कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान संभव नहीं होगा।
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी और शिक्षक शामिल हुए। वे इस बात को लेकर एकजुट थे कि यदि पुरानी पेंशन योजना की बहाली नहीं होती है, तो उनका संघर्ष जारी रहेगा। कर्मचारियों ने इस प्रदर्शन के जरिए सरकार के सामने अपनी मांग को मजबूती से रखा और यह स्पष्ट किया कि वे अपनी पेंशन व्यवस्था को लेकर किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। इस मौके पर सुभाष यादव, आनन्द पाण्डेय, संजय सिंह नूरी, नीठोहर सत्यार्थी, गिरिजेश दादा, रिंकू यादव, सुनील सिंह,शशि, दुर्गेश यादव, मु वकील, अरविन्द कौशल, संजय कुमार सिंह, निर्मल सिंह, दिवाकर,दिलीप, बृजेश पाल, अनिल सिंह, सुनील, ब्रिजेश श्रीवास्तव, सदानंद यादव, अवधेश सोनकर आदि शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।



















