PRAHAR DUSTAK/चन्दौली । जिले के महेवा में निर्माणाधीन ट्रामा सेंटर की गुणवत्ता पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बाद नोडल अधिकारी अभय सिंह ने भी सवाल उठा दिया है। अब देखना है कि कार्यदायी संस्था इसमें सुधार करती है या फिर वही ढांक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है।

राज्य सूचना आयोग के सचिव और नोडल अधिकारी अभय सिंह और जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने मंगलवार की शाम महेवा ट्रामा सेंटर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ट्रामा सेंटर की प्रगति की समीक्षा की और विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फिनिशिंग कार्य में कई खामियां पाई गईं। जिनसे अधिकारियों ने असंतोष व्यक्त किया।
नोडल अधिकारी अभय सिंह ने निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी पर नाराजगी जताई और कार्यदायी संस्था को तत्काल सुधार करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में उपयोग की जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता का हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अगले निरीक्षण तक इन खामियों को ठीक कर लिया जाए, ताकि परियोजना समय पर पूरी हो सके और अस्पताल सेवा देने के लिए तैयार हो सके।
वही जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने भी निर्माण कार्य की प्रगति पर ध्यान दिया और अधिकारियों को गुणवत्ता मानकों के पालन के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस ट्रामा सेंटर का उद्घाटन जल्द ही होना चाहिए, ताकि यहां के लोगों को चिकित्सा सेवा प्राप्त हो सकें। इस निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने निर्माण कार्य में तेजी लाने और गुणवत्ता बनाए रखने पर विशेष जोर दिया। कार्यदायी संस्था को निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी सुधारों को पूरा करने की चेतावनी दी गई। ताकि लोगों को जल्दी ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी उठाए थे सवाल
सूबे के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बीते वर्ष 30 नवम्बर को महेवा ट्रामा सेंटर का औचक निरीक्षण किया था। इसमें उन्होंने ईंट से ईंट बजाकर गुणवत्ता की जांच की थी। जिसमें खामी पाई गई थी।



















