PRAHAR DUSTAK/चंदौली । जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार के नेतृत्व में बुधवार को नौगढ़ विकास खंड के 60 परिषदीय विद्यालयों का गहन निरीक्षण किया गया।

इन विद्यालयों का हुआ निरीक्षण
निरीक्षण में कम्पोजिट विद्यालय मझगाई, प्राथमिक विद्यालय तेन्दुआ, पूर्ण माध्यमिक विद्यालय मझगॉवा, प्राथमिक विद्यालय जयमोहनी मुसहर बस्ती, कम्पोजिट विद्यालय सोनवार, प्राथमिक विद्यालय विशेषरपुर मुसहर बस्ती, कम्पोजिट विद्यालय बैरगाड़, प्राथमिक विद्यालय नौबादी, कम्पोजिट विद्यालय गंगापुर, प्राथमिक विद्यालय मलेवर, कम्पोजिट विद्यालय अमृतपुर, प्राथमिक विद्यालय वृन्दावन, कम्पोजिट विद्यालय शमशेरपुर, प्राथमिक विद्यालय गोड़टुटवा, कम्पोजिट विद्यालय नरकटी, प्राथमिक विद्यालय सेमरिया, पूर्ण माध्यमिक विद्यालय पचकेड़ियॉ, प्राथमिक विद्यालय बजरडिहॉ, पूर्ण माध्यमिक विद्यालय रिठियॉ, प्राथमिक विद्यालय अमदहॉ, प्राथमिक विद्यालय बघेलपुर, पूर्ण माध्यमिक विद्यालय बोदलपुर सहित अन्य विद्यालय शामिल रहे।
निरीक्षण के दौरान 2 सहायक अध्यापक और 7 शिक्षा मित्र अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। इनके अनुपस्थिति तिथि का वेतन/मानदेय अवरुद्ध करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी की गई।
इन बिंदुओं पर हुई जांच
अधिकारियों ने विद्यालयों में 19 पैरामीटर्स के तहत अवस्थापना सुविधाओं को सुनिश्चित करने, शिक्षक डायरी को नियमित अपडेट करने, समय-सारिणी निर्माण, पाठ्ययोजना के अनुसार शिक्षण कार्य, नवीन नामांकन बढ़ाने, डीबीटी पेंडेंसी समाप्त करने, यू-डायस डाटा समय पर पूर्ण करने, निर्धारित मेन्यू के अनुसार गुणवत्तायुक्त मिड-डे मील, फल और दूध वितरण, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई और छात्रों को निपुण बनाने के निर्देश दिए।

समुदाय से भी अधिकारियों ने किया संवाद
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अभिभावकों और समुदाय से भी संवाद किया, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूलों की स्थिति पर उनकी राय जानी जा सके। इस पहल का उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक और भौतिक सुविधाओं को बेहतर करना है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस तरह के निरीक्षण नियमित रूप से जारी रहेंगे ताकि शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा सके। अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे अनुशासन और जिम्मेदारी बनी रहे। यह निरीक्षण शिक्षा विभाग की ओर से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विद्यालयों में बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।



















