
चंदौली जिले के नौगढ़-चकिया मुख्य मार्ग पर गोड़टुटवा मोड़ के पास एक दर्दनाक सड़क हादसे में 62 वर्षीय बुजुर्ग अख्तर अली की जान चली गई। घटना बुधवार सायं काल की है, जब अख्तर अली अपनी पुरानी लूना बाइक पर सवार होकर रिश्तेदारी से वापस अपने गांव बड़गवां लौट रहे थे। उनकी सादगी भरी जिंदगी की यह यात्रा अचानक तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आकर मौत के सफर में बदल गई।
गड्ढे में तड़पते रहे , राहगीरों ने नहीं की परवाह
हादसा इतना भयानक था कि अख्तर अली उछलकर सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरे। वह खून से लथपथ घंटों वहीं पड़े रहे, लेकिन राहगीरों की बेरुखीता और तेज रफ्तार की होड़ ने उनकी मदद के लिए किसी को नहीं रोका। आखिरकार, किसी जागरूक नागरिक ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। चंद्रप्रभा चौकी इंचार्ज अमित कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायल अख्तर अली को 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चकिया भेजा। लेकिन उनकी हालत इतनी नाजुक थी कि डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी स्थित बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।
जिंदगी की जंग हार गए अख्तर अली
बीएचयू के डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन देर शाम अख्तर अली ने दम तोड़ दिया। उनकी मौत की खबर सुनते ही परिवार में मातम पसर गया। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रिश्तेदार और गांव के लोग भी वाराणसी पहुंच गए।
बाबू जी कभी देर से आते थे, पर आज हमेशा के लिए चले गए
घटनास्थल पर पहुंचे अख्तर अली के बेटे ने रोते हुए कहा, “बाबू जी हमेशा कहते थे कि सब्र से काम लो। लेकिन आज उन्होंने खुद हमें सब्र की सबसे बड़ी परीक्षा में डाल दिया है।” यह कहते हुए बेटे की आंखों से आंसुओं की धारा बह निकली।
अज्ञात वाहन की पहचान करने में लगी है पुलिस
पुलिस क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि पुलिस अज्ञात वाहन की पहचान और चालक को पकड़ने के प्रयास में लगी है। वहीं, ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क सुरक्षा को लेकर जल्द ठोस कदम उठाए जाएं। यह हादसा न केवल एक परिवार को उजाड़ गया, बल्कि समाज के संवेदनहीन रवैये और प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल खड़े कर गया।



















