PRAHAR DUSTAK/चन्दौली । पर्यटन निदेशालय उत्तर प्रदेश के निर्देश पर पर्यटन विभाग की ओर से गोधना स्थित एक निजी होटल के सभागार में पर्यटन नीति-2022 के तहत पर्यटन नीति प्रचार प्रसार और सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें पर्यटन नीति के तहत निवेशकों को मिलने वाली सुविधाओं और उनकी समस्याओं पर चर्चा की गई। वही प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने उद्यमियों को ऑनलाइन संबोधित किया।

इस दौरान प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि पर्यटन विभाग की ओर से राज्य में पर्यटन क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए 33 श्रेणियों में अधिकतम 30 प्रतिशत तक की सब्सिडी समेत अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह लाभ 12 मेगा टूरिज्म सर्किट के अंतर्गत दिए जाएंगे। कहा कि इसके तहत होटल, रिसॉर्ट, फार्म स्टे, वेलनेस सेंटर, कूज आदि श्रेणियों में पर्यटन से सम्बंधित संभावनाएं हैं। कहा कि नीति के तहत प्रदेश को धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

इसके तहत रामायण, महाभारत और शक्तिपीठ सर्किटों का विकास किया जाएगा। साथ ही वाइल्डलाइफ और इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा। नीति के तहत निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न वित्तीय प्रोत्साहन लाभ, छूट और अनुदान दिए जाएंगे। इसमें बहुत से लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। कहा कि पर्यटन स्थलों की सुरक्षा और गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। इस मौके पर रामनगर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष डीएस मिश्रा, वाइस चेयरमैन सुरेश पटेल, एसडीएम अनुपम मिश्रा जिला पर्यटन अधिकारी नितिन कुमार द्विवेदी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह आदि मौजूद रहे।



















