चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र में सहयोग से बन रही दो पुलिस चौकियों का निर्माण कार्य पिछले कई महीनों से रुका हुआ है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्थानीय जनता और पुलिस प्रशासन में चिंता का माहौल है। यह परियोजना पहले पीडीडीयू नगर के पूर्व सीओ अनिरुद्ध सिंह की पहल से शुरू की गई थी, जिसके तहत तीन पुलिस चौकियां बनाने का लक्ष्य था। इनमें से अलीनगर थाना क्षेत्र की भूपोली चौकी का शुभारंभ पूर्व पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार द्वारा किया गया था, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया गया था।

इस योजना के तहत सिकटिया और लौंदा चौकियों का निर्माण जन सहयोग से चल रहा था। पुलिस अधिकारियों, खासकर सीओ इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज की सक्रिय भागीदारी से इस परियोजना को गति मिल रही थी। सिकटिया चौकी का शुभारंभ भी तय था, लेकिन अचानक ट्रांसफर के चलते तत्कालीन एसपी डॉ. अनिल कुमार, एडीशनल एसपी विनय कुमार, सीओ अनिरुद्ध सिंह व इंस्पेक्टर शेषधर पांडे और चौकी प्रभारी जितेंद्र उपाध्याय का स्थानांतरण हो गया। इसके बाद से यह परियोजना पूरी तरह से ठप पड़ गई है, और दो महत्वपूर्ण पुलिस चौकियों का निर्माण कार्य रुका हुआ है।

लौंदा चौकी के निर्माण में छत ढलाई का कार्य शेष रह गया है, जबकि सिकटिया चौकी का निर्माण कार्य 8 महीने में पूरी तरह से समाप्त हो चुका है और अब केवल रंग-रोगन का काम बाकी है। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण इस कार्य में कोई प्रगति नहीं हो पा रही है। ऐसे में, इन पुलिस चौकियों का निर्माण समय पर पूरा न हो पाने से सुरक्षा व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के लिए यह स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर स्थानीय जनता में भय और चिंता का माहौल है, क्योंकि पुलिस चौकियों का निर्माण न केवल अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि आपातकालीन स्थितियों में भी यह एक अहम भूमिका निभाता है। इन चौकियों का निर्माण शीघ्रता से पूरा न होने पर स्थानीय पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल उठ सकते हैं, और जन सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
इस स्थिति में प्रशासन को शीघ्र ही आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। लौंदा चौकी का छत ढलाई कार्य यदि जल्दी पूरा हो सके, तो पुलिस चौकी का निर्माण पूर्ण हो जाएगा। वहीं सिकटिया चौकी में केवल रंग-रोगन का काम शेष होने के कारण इसे भी जल्द पूरा करने की आवश्यकता है। प्रशासन को इस अंतिम चरण में तेजी से काम करने की आवश्यकता है, ताकि निर्माण कार्य शीघ्र समाप्त हो और जनहित में इसका उपयोग शुरू हो सके।
स्थानीय जनता और पुलिस प्रशासन से अपील है कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर गंभीरता से कदम उठाए जाएं, ताकि क्षेत्र की सुरक्षा को मजबूत किया जा सके और जनता को सुरक्षा का एहसास हो। इस परियोजना को शीघ्र पूरा करना न केवल पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता को बढ़ावा देगा, बल्कि जनता की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा।



















