PRAHAR DUSTAK/चन्दौली । सदर कोतवाली क्षेत्र के बनौली खुर्द गांव के समीप पीडीडीयू नगर- गया रेल खंड ट्रैक के किनारे सोमवार की देर शाम जगदीशसराय कम्पोजिट विद्यालय में कार्यरत रसोईया का अधजला शव पाए जाने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई में जुट गई। वहीं ग्रामीणों के अनुसार हत्या कर शव को जलाने का असफल प्रयास किया गया था। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के जगदीशसराय गांव निवासिनी पिंकी केसरी गांव के कंपोजिट विद्यालय में रसोईया थी। सोमवार की शाम उसने अपनी पुत्री ज्योति केसरी से कहीं जाने की बात कह कर कुछ देर में वापस आने को कहा था। जब काफी देर तक वह घर नहीं लौटी तो उसकी बेटी ज्योति ने आसपास और गांव में उसकी खोजबीन की। लेकिन उसका कहीं अता-पता नहीं चल सका। जब शाम को कुछ लोग रेलवे ट्रैक की तरफ गए तो उन लोगों ने शव देखकर इसकी जानकारी गेटमैन को दी। गेटमैन ने घटना की सूचना विभागीय अधिकारियों को देने के बाद सदर कोतवाली पुलिस को भी दी। सूचना पर कोतवाली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। जहां अधजला शव पड़ा हुआ था। साथ ही पास में प्लास्टिक की बोरी और माचिस भी मिली थी। पुलिस ने शव की शिनाख्त कराई। वही मौका मुआयना कर शव को कब्जे में ले लिया। साथ ही विधिक कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम को भेज दिया। ग्रामीणों के अनुसार पिंकी की हत्या कर उसके शव को जलाने का प्रयास किया गया था। ताकि उसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके या शव की शिनाख्त ही न होने पाए। इस नियत से शव को जलाया गया होगा।
ज्योति के सर से उठा मां का साया
पिंकी केसरी की शादी के कुछ साल बाद ही उसके पति की आकस्मिक मौत हो गई।तब उसे सिर्फ एक पुत्री ज्योति ही थी। करीब 15 वर्ष पूर्व हुई पति की मौत के बाद पिंकी अपनी पुत्री ज्योति के साथ रह रही थी। इसीबीच उसे गांव के कम्पोजिट विद्यालय में रसोईया की नौकरी मिल गई। पिंकी अपनी पुत्री ज्योति की एकमात्र सहारा थी। जिसकी मौत के बाद अब ज्योति के सर से मां का साया उठ गया। मां की मौत से ज्योति एकदम बदहवास होकर दहाड़े मारकर रो रही थी।



















