PRAHAR DUSTAK/चन्दौली। अटेवा-पेंशन बचाओ मंच, उत्तर प्रदेश के आवाहन पर संगठन के जिला संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में शिक्षक-कर्मचारियों ने रविवार को सांसद वीरेंद्र सिंह को उनके वाराणसी स्थित आवास पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने नई पेंशन व्यवस्था (एनपीएस) और एकीकृत पेंशन व्यवस्था (यूपीएस) समाप्त कर पुरानी पेंशन (ओपीएस) बहाल करने की मांग की।

इस दौरान शिक्षकों और कर्मचारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के करीब 15 लाख कर्मचारियों समेत देश के लगभग एक करोड़ शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। नई पेंशन योजना (एनपीएस) सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए अत्यधिक नुकसानदायक साबित हो रही है। 1200 से 4000 रुपये तक की कम पेंशन मिलने के कारण उनका जीवन-यापन कठिन हो गया है। देश की रक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले अर्द्धसैनिक बलों को भी पुरानी पेंशन से वंचित करना गलत है। सरकारी संस्थानों के निजीकरण को रोकने और राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने की जरूरत बताई गई। लोगों ने सांसद से अनुरोध किया गया कि वे संसद में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएं और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इसे आगामी चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग करें। शिक्षकों और कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार जल्द से जल्द पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती, तो वे देशव्यापी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। सांसद ने आश्वासन दिया कि वह उनकी मांग को उचित मंच पर उठाएंगे और सरकार तक उनकी आवाज पहुंचाने का पूरा प्रयास करेंगे।
ज्ञापन सौंपने वालो में ये रहे मौजूद
अटेवा चंदौली के संयोजक देवेन्द्र प्रताप सिंह, निठोहर सत्यार्थी, दुर्गेश सिंह यादव, संजय कुमार सिंह, दिवाकर सिंह, जयप्रकाश भारती, संजय यादव, विजय विश्वकर्मा , रवि प्रकाश यादव, सत्येन्द्र भारती, प्रशांत सिंह सहित अटेवा चंदौली और अटेवा वाराणसी के सदस्य रहे।



















