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Chandauli News: रेलकर्मियों की बल्ले-बल्ले, देशाटन पर मिलेगा होटल का खर्चा, जानिए क्या बोले ECREU के केंद्रीय अध्यक्ष

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PRAHAR DUSTAK/चंदौली। रेलकर्मियों को परिवार संग हिल स्टेशन घूमने जाने पर वहां खाने-पीने अथवा रहने की चिंता नहीं होगी। रेलकर्मी भी होटलों में ठहरेंगे और उनका पूरा खर्च रेलवे उठाएगी।
रेलकर्मियों पर इलाज के लिए हरियाणा, दिल्ली, चेन्नई, मुंबई सहित अन्य शहरों के अस्पताल में जाने के दौरान वहां रहने पर होने वाले खर्च का भार भी नहीं पड़ेगा। केंद्रीय कर्मचारी कल्याण निधि समिति की बैठक में ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज यूनियन (ईसीआरईयू) की हॉली डे होम की व्यवस्था की मांग को स्वीकार कर लिया गया है।


पूर्व मध्य रेलवे के पांच मंडलों में 80 हजार से ज्यादा कर्मचारी कार्य करते हैं। यदि डीडीयू मंडल की बात करें तो यहां भी करीब 13 हजार रेलकर्मी तैनात हैं। रेलवे की ओर से कैडर के हिसाब से हर रेलकर्मी को उसके परिवार के साथ विभिन्न ट्रेनों में सफर के लिए सुविधा पास उपलब्ध कराया जाता है। सुविधा पास की सुविधा एक साल में दो से तीन बार दी जाती है।
उधर, रेलकर्मियों के बीमार पड़ने पर रेलवे अस्पताल ने विभिन्न निजी अस्पतालों से करार किया है। रेलवे का अपना भी राष्ट्रीय स्तर पर अस्पताल है। पूर्व मध्य रेलवे का सेंट्रल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पटना में है। वहीं, चेन्नई के पेरंबुर में हृदय व किडनी रोग का इलाज होता है। यहां पूरे देश भर से बीमार रेलकर्मी इलाज के लिए पहुंचते हैं। रेलवे के अस्पतालों अथवा करार किए गए अस्पतालों में रेलकर्मियों के इलाज की मुफ्त व्यवस्था होती है। वहां पहुंचने के लिए रेलवे की ओर से रेलकर्मी को मेडिकल पास भी जारी किए जाते हैं, लेकिन अस्पताल के पास रहना अत्यधिक खर्चीला होता है। यही हाल देशाटन के लिए घूमने में भी होता है। अत्यधिक खर्च की वजह से रेलकर्मी परिवार के साथ हिल स्टेशन, धार्मिक स्थलों पर घूमने से परहेज करते हैं।

जीएम के साथ बैठक में हुआ निर्णय
दो दिन पहले हाजीपुर में ईस्ट सेंट्रल रेलवे इंप्लाइज यूनियन ने केंद्रीय कर्मचारी कल्याण निधि समिति की बैठक में हॉली डे होम की व्यवस्था की मांग उठाई। इस पर जीएम छत्रसाल सिंह ने हॉली डे सर्वे कराने के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रमुख धार्मिक स्थल, हिल स्टेशन और प्रमुख अस्पतालों के आस-पास होटलों से करार किया जाएगा। इसके बाद कैडर के हिसाब से कर्मचारी होटलों में रुक सकेंगे। खर्च का भुगतान कर्मचारी कल्याण निधि से किया जाएगा। बैठक में यूनियन के जोनल उपाध्यक्ष अवधेश कुमार गुप्ता, डीएन चौधरी, मुख्य कर्मचारी कल्याण निरीक्षक शैलेष कुमार, वाणिज्य निरीक्षक रितेश राय आदि मौजूद रहे।

बोले केंद्रीय अध्यक्ष
ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लॉइज यूनियन की मांग को मानकर जीएम ने सर्वे कमेटी का गठन किया है। यह स्वागत योग्य कदम है। कर्मचारी हॉलो डे पर घूमने और गंभीर बीमारी के इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई, चेन्नई आदि मेट्रो शहरों में जाते हैं। उन्हें महंगे होटलों में रहना पड़ता है। ग्रुप डी व सी कर्मचारियों के लिए होटलों में रहना मुश्किल होता था। अब कर्मचारी भी होटलों में रुक सकेंगे।
संतोष कुमार पासवान, केंद्रीय अध्यक्ष, ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लॉइज एसोशिएशन।

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