चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर पड़ाव के आधा दर्जन गांवों में पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे अवैध मिट्टी खनन का कारोबार एक बार फिर फल-फूल रहा है। दिनभर में इस कार्य में जुटे दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रालियां मिट्टी का खनन कर जरूरतमंदों को बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। इससे क्षेत्र के कई इलाके लगातार हो रहे इस अवैध खनन के कारण अपना वास्तविक स्वरूप खोते नजर आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है, जबकि इससे राजस्व की भी भारी हानि हो रही है।
आपको बता दें कि पीडीडीयू नगर तहसील अंतर्गत कई गांवों में अवैध मिट्टी खनन का सिलसिला लगातार जारी है। खनन माफिया पुलिस व प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए रात के अंधेरे में घड़ल्ले से खुदाई कर रहे हैं। कई इलाकों में तो दिनदहाड़े ही ट्रैक्टरों के जरिए मिट्टी निकालकर ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है। बारह से पंद्रह सौ रुपये प्रति ट्राली की दर से यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। क्षेत्र में खनन गिरोह सक्रिय रूप से काम कर रहा है। मानक के विपरीत कहीं आठ से 10 फीट तो कहीं 10 से 12 फीट गहरी खुदाई की जा रही है, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। गिरोह के सदस्य पुलिस व प्रशासन की पकड़ से बचने के लिए गांवों के बाहर मुख्य सड़कों पर अपने लड़कों को तैनात करते हैं, जो किसी भी अधिकारी की आवाजाही की सूचना तुरंत खनन माफियाओं तक पहुंचा देते हैं। मुगलसराय क्षेत्र के क्षेत्र के खुटहा, मन्नापुर, खजुरगांव, फत्तेपुर, नाथूपुर,
बहादुरपुर, कुंडा खुर्द, नारियां क्षेत्र सहित अन्य गांवों में अवैध खनन जोरों पर है। इन इलाकों में रात होते ही जेसीबी मशीनें खुदाई में जुट जाती हैं और ट्रैक्टर और ट्रालियों पर धड़ल्ले से ढुलाई का काम करते हैं।
कुछ रात भर मिट्टी की खुदाई कर एक स्थान पर एकत्र कर के ढूंहा बनाते हैं और दिन में वहीं से खुदाई कर के बेचते हैं। खनन रोकने के लिए शासन और प्रशासन ने कई बार सख्ती दिखाई, अनेकों बार कार्यवाही भी हुई। परंतु खनन माफिया बेखौफ हैं। स्थानीय लोगो की मानें तो इस अवैध कार्य का विभागीय कर्मचारियों के संज्ञान में है। जिसके चलते प्रशासनिक कार्रवाई प्रभावी साबित नहीं हो रही।
इस संबंध में एसडीएम आलोक कुमार कहा की इस तरह का मामला संज्ञान में आ रहा है। जांच की जाएगी कि मिट्टी की खुदाई हो रही है, इसकी अनुमति है या नहीं और अनुमति है भी तो कितने की है। इसके बाद गलत पाया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।



















