चंदौली जिले के पड़ाव क्षेत्र के अवधूत भगवान रामघाट के समीप मंगलवार की शाम गंगा नदी में एक अज्ञात व्यक्ति का शव उतराया हुआ मिला। शव को देखने के लिए गंगा किनारे मौजूद लोगो की भीड़ लग गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची सुजाबाद पुलिस ने शव को गंगा नदी से बाहर निकाल कब्जे में लेकर शिनाख्त करने का प्रयास किया। परंतु जेब से कोई आईडी नहीं मिलने के कारण युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई। सुजाबाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज अपने अग्रिम कार्रवाई में जुट गयी।

सोशल मीडिया की जानकारी होने के बाद परिजन सुजाबाद चौकी पर पहुंचे। तब जाकर युवक की पहचान मढ़िया गांव निवासी प्रिंस पटेल पुत्र स्वर्गीय रामकुमार पटेल उम्र 22 वर्ष के रूप में हुआ। प्रिंस घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। पिता रामकुमार पटेल की डेढ़ साल पूर्व मृत्यु हो जाने के बाद वह बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर ट्रैक्टर चला कर अपने दो भाई गौरव पटेल 19 वर्ष, ललित पटेल 17 वर्ष, बहन अंजलि पटेल 15 वर्ष व मां धन्नो देवी का जीवकोपार्जन चलाता था। 2 तारीख को दोपहर मां धन्नो देवी से ₹500 मांग कर जूता खरीदने के बात कहकर घर से निकाला उसके बाद देर शाम तक घर वापस नहीं आया। काफी खोजबीन करने के बाद पता चला कि युवक वाराणसी राजघाट स्थित चंदन शहीद मजार के पास देखा गया है। परिजन वहां पर भी जाकर पता लगाया किंतु पता नहीं चल पाया। तब जाकर 3 तारीख को जलीलपुर चौकी पर जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई।
परिजन गांव के ही एक परिवार पर हत्या का आरोप लगाया। प्रिंस की मौत की खबर मिलते ही जलीलपुर चौकी पर गांव की महिलाएं व पुरुष की भीड़ इकट्ठी हो गयी। मां धन्नो देवी में रोते-रोते कहा कि बेटे के बदले बेटे की जान चाहिए तभी जाकर मामला शांत होगा



















