
चंदौली जिले के महिला थाने पर इन दिनों हर दिन दो-तीन ऐसे मामले आते हैं जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं और साथ छोड़ने की बात करते हैं। कोई शादी के कुछ समय बाद ही थाने पहुंच रहा है तो कोई 7 साल से ज्यादा समय तक साथ गुजारने के बाद, महिला थाने पर पहुंचने वाली शिकायत पत्रों को जब वहां मौजूद पुलिसकर्मी पड़ती है तो वजह जानकर हैरान हो जाती हैं। लेकिन महिला थाना प्रभारी की सोच की वजह से एक दो नहीं बल्कि एक माह में 21 से ज्यादा पति-पत्नी के रिश्ते एक बार फिर दोबारा बना चुकी है।

आपको बता दें कि पुलिस महकमा अक्सर अपनी कार्य प्राणी को लेकर चर्चाओं में रहता है इतना ही नहीं पुलिस का नाम सुनते ही आम जनमानस के मन में तमाम तरह के विचार उठने लगते हैं। लेकीन महिला थाना प्रभारी पूजा कौर अपने कर्तव्यों के साथ-साथ इंसानियत का भी फर्ज निभा रही हैं। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक आदित्य लाग्घे के निर्देश पर महिला थाना प्रभारी अपने कर्तव्यो का तो निर्वाह कर ही रही हैं साथ ही उन लोगों के परिवार को टूटने से बच्चा भी रही। जो घरेलू हिंसा के शिकार हुए हैं, इतना ही नहीं छोटी-छोटी बातों को लेकर टूटने की कगार पर पहुंच रहे पति-पत्नी के रिश्ते को बचाने के लिए दोनों पारिवारिक सदस्यों को बुलाकर उनकी काउंसलिंग करती हैं फिर काउंसलिंग के बाद खुशी-खुशी उन दोनों परिवारों को एक दूसरे से मिलती हैं, जिससे आने वाली शिकायतों पर वह फिर दर्ज करने की वजह समझ कर सुलझाने की कोशिश करती हैं। वही लोग के अंदर पुलिस विभाग के प्रति एक सकारात्मक सोच भी पैदा कर रही हैं।
ईगो और मोबाइल से टूटता है घर
महिला थाना प्रभारी के पास जब शिकायती पत्र पहुंचता है तो वह उसे पढ़ती हैं। इसके बाद जब वह दोनों पक्षों को अपने पास बुलाती हैं और विवाद के कारणों को जानने का प्रयास करती हैं तो वजह कुछ और ही निकलती है। कहीं पति पत्नी के बीच छोटी छोटी बातों को लेकर इगो टकराता है तो कई बार मोबाइल का अधिक प्रयोग करना कारण निकलता है। मसलन पति काम से घर पहुंचा और पत्नी मोबाइल पर व्यस्त होने के चलते ध्यान नहीं दे रही या पत्नी कोई बात पति से कह रहीं और पति मोबाइल पर व्यस्त है तो तकरार बढ़ती है।
2 टूटे परिवार को एक ही दिन में बचाया
महिला थाने पर मंगलवार को दो मामलों में बातचीत करके महिला थाना प्रभारी ने छोटी-छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी के बीच बिगड़े रिश्तों को बना दी।
एक माह में टूटे रिश्तों को मिलाया
महिला थाने पर 1दिसम्बर से अब तक आई 31 शिकायतों में से महिला थाना प्रभारी 21 मामलों में बातचीत के जरिए पति-पत्नी के बीच बिगड़े रिश्ते को सुधार चुकी हैं कुछ ऐसे भी मामले निकले जो तो कोर्ट में चले गए हैं या फिर शिकायत पत्र देने के बाद वापस नहीं आए।
सुलह कराने में मिलती है खुशी
इस संबंध में महिला थाना प्रभारी पूजा कौर ने बताया कि दिसंबर माह में 31 प्रार्थना पत्र पड़े थे, जिसमें से 21 लोगों को पारिवारिक विवाद को समाप्त करते हुए टूटे हुए रिश्ते को बचाते हुए पति-पत्नी को परिजनों के साथ राजी खुशी भेजा गया। कहां की पति-पत्नी के बीच विवाद की अधिकांश वजह छोटी-छोटी बातों को लेकर इगो या मोबाइल का अधिक प्रयोग करना घर में शराब पीकर कारण निकलता है। कुछ ऐसे भी मामले आते हैं जो प्रेम प्रसंग अपनी राजी से शादी तो कर लेते हैं, लेकिन लड़को के घर वाले दहेज की लड़कियों से मांग करते हैं। जिसकी वजह से कई परिवार टूटने के कगार पर आ जाते हैं।
उनके परिवार परामर्श केंद्र पर बुलाकर विवाद को समाप्त कराया जाता है। उसके लिए पहले उनकी काउंसलिंग कराई जाती है। फिर काउंसलिंग के बाद खुशी-खुशी उन दोनों परिवारों को एक दूसरे से मिलाया जाता है। कहां कि इस तरह के मामले में सुलाहा कराने मे बहुत ही खुशी मिलती है।



















