
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले की पुलिस बदमाशों को गोली मारने में पूर्वांचल में सबसे आगे है। जबकि चंदौली पुलिस बदमाशों को गोली मारने में सातवें स्थान पर है,वही देखा जाए तो पूर्वांचल में बलिया पुलिस गोली मारने में जीरो है।
जौनपुर की पुलिस बदमाशों को गोली मारने में पूर्वांचल में सबसे आगे
आपको बता दें कि बढ़ते अपराध की वजह कहें या फिर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान की देन। वजह चाहे जो भी हो, लेकिन जौनपुर की पुलिस बदमाशों को गोली मारने में पूर्वांचल में सबसे आगे है। नौ जिलों में मिलाकर जितने बदमाशों को एक साल में गोलियां मारी गईं उसमें करीब आधे बदमाशों को अकेले जौनपुर पुलिस ने मारीं है। यहां औसतन हर सातवें दिन कहीं न कहीं पुलिस और बदमाशों की भिड़ंत हुई। इसमें से 80 फीसदी बदमाशों के पैर में ही गोली लगी। पूर्वांचल भर में एक साल में 120 मुठभेड़ हुए जिसमें 153 बदमाश घायल और चार ढेर हुए।
बलिया की पुलिस बदमाशों को गोली मारने में पूर्वांचल में फिसड्डी
जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मऊ, बलिया, आजमगढ़, भदोही, सोनभद्र और मिर्जापुर जिले में इस साल भी खूब अपराध हुए। एक जनवरी से अब तक पुलिस की ओर से इन जनपदों में की गई कार्रवाई पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मुठभेड़ जौनपुर में हुई हैं। यहां अब तक 54 मुठभेड़ में 71 बदमाश घायल हुए और तीन की मौत हो गई। दूसरे नंबर पर आजमगढ़ है। एक साल में यहां 24 मुठभेड़ दर्ज हैं, जिसमें 27 बदमाश घायल बताए गए। मिर्जापुर पुलिस ने भी आधा दर्जन से अधिक मुठभेड़ करके एक दर्जन बदमाशों को गोली गोलियां मारीं। सबसे कम मुठभेड़ की बात करें तो बलिया में एक भी नहीं और सोनभद्र पुलिस ने एक मुठभेड़ में दो बदमाशों को गोली मारी।
जिलों में मुठभेड़ के आंकड़े
जिला मुठभेड़ घायल मृत्यु
जौनपुर 54 71 03
आजमगढ़ 24 27 00
गाजीपुर 20 19 01
मिर्जापुर 09 13 00
मऊ 05 05 00
भदोही 04 06 00
चंदौली 03 10 00
सोनभद्र 01 02 00
बलिया 00 00 00
छोटे जिले भी मुठभेड़ करने में कम नहीं
जौनपुर और आजमगढ़ को तो बड़ा जिला माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि पूर्वांचल में सबसे ज्यादा अपराध भी इन्हीं दो जनपदों में होता है। बात पुलिस से बदमाशों की भिड़ंत की करें तो छोटे जिले यानी कम आबादी वाले जिले भी कम नहीं हैं। इसमें भदोही पुलिस ने भी एक साल में चार मुठभेड़ करके छह बदमाशों को घायल किया। वहीं चंदौली ने तीन ही मुठभेड़ में 10 बदमाशों को गोली मारी और मऊ ने पांच मुठभेड़ में पांच घायल किए।
अपराध नियंत्रण पहली प्राथमिकता
इस संबंध में जौनपुर के एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया की मुख्यमंत्री का निर्देश है कि कोई भी बदमाश यदि अपराध करे तो उसे त्वरित जवाब देते हुए कार्रवाई करना है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जाती है, यदि वह उसके बाद भी फरार रहते हैं तो पुलिस उन्हें किसी भी स्तर पर जाकर पकड़ने के लिए प्रयास करती है। इस दौरान कई बार बदमाश पुलिस टीम पर फायर करते हैं तो पुलिस भी जवाबी कार्रवाई किसी भी तरह से पकड़ती है। उसमें हॉफ एनकाउंटर और फुल एनकाउंटर दोनों शामिल होता है। अपराध नियंत्रण पहली प्राथमिकता है।
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